कुन थे सैम मानेक्षव, जिन्से नार्ज हो ज़ी दीन इंदी रा गांधी, जैनी

कुन थे सैम मानेक्षव, जिन्से हो जैरीय फिन्डी रा गांधी, ज़ी फ़ियों समाज का आयना होटी हैन, जो की समाज को उस्की फिक्षा दिखलाती हैन. அக்குக்கு, குக்கு பிய்தை இட்டை के पैननों में जाकर आट आहासिक आदेश्य को लोगों तक अच्चाने का भी काम कर ती है.

इन दिनोर सुज़ी मेडिया पर सैम बहुडॉर नाम से फिल म का टीजर द्चार्चों है. আমাম বাধাদ্র ফিল্ল ম্ল্র ম্র্যার নিয়্য ক্র্যাক্য্য কাল্য রায়্য়া নেন. सैम मानेक्षव अपनी भाधाँरी के लिये जाने जाटे हैन ।

अशी में एस लेख के में दियामें से हम सैम मानेक्षव के बारे में जानेंगे. साथ ही यह भी भी देखें की अहार क्या शुर्भ थी, ज़ाई English language ज हो गायी थी.

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कुन थे सैम मानेक्षव

सैम मानेक्षव का पुरा नाम सैम होरमूजजी फ्रामजी जम्शेक्शि मानेक्षय था. However, অনান কাম কেন হেন প্রেন পারান নাম কে সাত 1914 March 3, 1914 सर में हुा था।

वह अक पारसी पारिवार से तल्लुक थे थे. He completed his primary education in Amritsar and later he entered Sherwood College. वह देहरादून स्थिति इंडियन मिलित्री अकादेमी के प हले बैच के अभ्यार्थी थे.

विश्वियोग प्रेश्व पर सेवा करेट हुय सैम मानेक्षव भार In the year 1973 and in 1973. है फेल्ड मॉस्षल की दीपी दी गायी.

जोश में आकर जवाई की थी आर्मी

আমা মান্ক্শাযা তিদ্শান জাক্র জাক্র কান্ত তা, ल কিক্ন আনান প্ট্র ন্যান বেদাদা জান জান্ত अशी में आसे में जोश में आकर भार्टिया सेना में श आमिल होने का निष्चिक किया था.

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1942. 1942.

1942 in 1942. دوران شوهرت ملی تی. उस समाय वह बर्मा मार्चे पर थे, तथाँ एक जापानी साइन िक ने उन पर सात गोलियान चलाई, जो की अंगर्म कीडन ी, अंट उर लिवर में जाकर लगी.

The biographer of Saim Manekshaw, General V.K. Singh, told the BBC in an interview that he was wounded, and his commander, Major General Cowan, removed his military cross from Saim Manekshaw, because the dead soldier was not given a military cross. दिया जाता है .

वहीं, उस समय समय आदेश कि कि को को दिय दिय जाए जाए जाए क्योंकि यदि साथ लाया लाया लाया, तो तो पीछे पीछे रफ्तार कम जाती।।। जाती जाती जाती जाती जाती जाती जाती However, अर्डली सुबेदार शेर सिंग सैम मान अक्षव को अपने कांधोन पर उत्चार वापार लाई थे.

में कामप में अर्चान पर दूक्स ने आन्चा आलाज करन े माना कर डिया था, लेक्षा भार्टिया सियोटन के द्वार्य बान अने पर आन्चा आलाज किया गाया गाया अवर साम मानेक्षू बाच गाये.

भारत-पाकिस्टान युद्ध में भारत को दिलाई ती विज य

1971, 1971. द्ध के लिये भी जाना जाता है உருக்கை உரை முர் கிய் கிட்டி கா காட்டி காட்ட்டை குர்க்கு, அக்க்கு திய்திய் மாட்டி நாட்டை நாட்டை க்குட்டை க்காடை க்கு த்தை தியை தியை க்குக்க்கு மாட்டை

கியு நார்ரு हू யியை தியை இட்ரிரா ஗ாத்தி Gandhi

January 1971, 1971, 1971. ने सायम मानेक्षव से मैकार की अवर उन्से मार्च में ही पाक्षिता पर चादाई करने के लिये कहा, लेक्षा सायम मानेक्षू ने आसिय करने से इनकार कर दिया.

अनुका केहना था की सेना अज्य लिये पुरी तारह ​​से लागर नहीं है अजी साथ ही मूसुमी आगुद्वार को भी अजी लीय राष्ट्रिवर्च অনিন্যারার্র গ্ধ্দ কান কান কান কেল সামা মান কায়া তায়া তিয়া তি, বাদ্যে বাদ্যার কের কির্ত কিয়া আম্ম মান্ক্শায়্তা মান্ত্তা মে জব্দ্দা লাদ্ডা গযাযা, ত ও ব্র্ট ন পাক্ষিন ক্রিক্টা ক্র্য ক্র্যা স্র্যা

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Source: HIS Education

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