भारत में वर्तमान में महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत का परचम लहरा रही हैं। जमीन से लेकर आसमान तक महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ी हैं और लगातार आगे बढ़ रही हैं। इसमें उद्यमिता का क्षेत्र भी अछूता नहीं है।
मौजूदा समय में आज कई महिलाएं कई बड़ी-बड़ी कंपनियों की मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैसे पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। इसके साथ ही कुछ महिलाएं अपना बिजनेस भी चला रही हैं। हालांकि, क्या आपको भारत की पहली महिला उद्यमी के बारे में पता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम भारत की पहली महिला उद्यमी के बारे में जानेंगे।
कौन हैं भारत की पहली महिला उद्यमी
भारत की पहली महिला उद्यमी की बात करें, तो देश की पहली महिला उद्यमी के रूप में कल्पना सरोज का नाम लिया जाता है। वह एक भारतीय उद्यमी और टेडक्स स्पीकर हैं। साथ ही मुंबई स्थित कमानी ट्यूब्स की भी चेयरपर्सन हैं।
12 साल की उम्र में हो गई थी शादी
कल्पना सरोज मूल रूप से महाराष्ट्र की रहने वाली हैं। उनका जन्म साल 1961 में एक मराठी और बौद्ध परिवार में हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कल्पना सरोज की शादी सिर्फ 12 साल की उम्र में ही कर दी गई थी। हालांकि, उनका वैवाहिक जीवन ठीक नहीं चला और कुछ समय बाद उनके पिता उन्हें घर लेकर आ गए थे। इसके कुछ समय बाद वह मुंबई चली गई।
कर्ज लेकर शुरू किया बिजनेस
कल्पना सरोज ने मुंबई पहुंचने के बाद सरकार द्वारा दिए जाने वाले कर्ज का सहारा लेकर टेलरिंग का बिजनेस शुरू किया। इसके बाद उन्होंने फर्नीचर का काम किया।
शुरू किया फिल्म प्रोडक्शन हाउस
कल्पना सरोज ने कुछ समय बाद मुंबई में अपना फिल्म प्रोडक्शन भी शुरू किया, जिसे केएस फिल्म्स प्रोडक्शन के नाम से जाना जाता है। उनके प्रोडक्शन हाउस की पहली फिल्म एक मराठी मूवी खैरालांजी थी।
कमानी ट्यूब्स को पुनर्गठित किया
कल्पना सरोज उद्यमी बनने के बाद कमानी ट्यूब्स के बोर्ड ऑफ मेंबर में शामिल हो गई। हालांकि, कंपनी के घाटे में जाने के बाद उन्होंने कंपनी को लिया और इसे फिर से पुनर्गठित किया, जिसके बाद उन्होंने कंपनी को फायदे के मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया। वर्तमान में उनकी पास उनके द्वारा बताई गई संपत्ति 112 मिलियन डॉलर हैं।
2013 में पद्मश्री से हो चुकी हैं सम्मानित
कल्पना सरोज को उद्यमिता के क्षेत्र में अपनी भागीदारी के लिए साल 2013 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। इसके साथ ही उन्हें भारत सरकार के महिलाओं के लिए खोले गए बैंक भारतीय महिला बैंक में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के रूप में भी नियुक्त किया गया था।
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Source: HIS Education