भारत के पिंक रेलवे स्टेशन कौन-से हैं, जानें

एक समय था, जब महिलाओं को घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी। साथ ही महिलाएं बाहर किसी से बात भी नहीं कर सकती थी, हालांकि समय के साथ-साथ सामाज की इस रूढ़ीवादी सोच में बदलाव आया और कई महिलाओं ने घरों से बाहर निकलकर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के साथ इतिहास के पन्नों में अपना नाम सुनहरे अक्षरों के साथ दर्ज कराया।

आज विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को पहली पंक्ति में देखा जा सकता है। क्या आपको पता है कि भारत में कई ऐसे रेलवे स्टेशन हैं, जिनका संचालन महिलाओं द्वारा किया जाता है। यानि यहां पर स्टेशन मास्टर से लेकर प्वाइंट्स तक महिलाएं हैं। इन रेलवे स्टेशनों को पिंक रेलवे स्टेशन भी कहा जाता है। इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे। 

 

ये हैं भारत के पिंक रेलवे स्टेशन

माटुंगा रेलवे स्टेशन 

मुंबई का माटुंगा रेलवे स्टेशन देश का पहला ऐसा रेलवे स्टेशन था, जिसका संचालन महिलाएं द्वारा किया गया था। जुलाई, 2017 से अब तक इस स्टेशन का संचालन रेलवे की महिला कर्मचारी ही करती हैं।

इस वजह से इस स्टेशन का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है। इस स्टेशन पर कुल 41 महिला कर्मचारी काम करती हैं, जिसमें 17 बुकिंग क्लर्क, 8 टिकट चेकर, 6 रेलवे सुरक्षा बल, 5 प्वाइंट्स कर्मचारी, दो रेलवे उद्घोषक और दो सफाई कर्मचारी शामिल हैं। 

 

गांधी नगर रेलवे स्टेशन 

राजस्थान का गांधी नगर रेलवे स्टेशन भी पिंक रेलवे स्टेशन है। यहां पर स्टेशन मास्टर से लेकर टिकट चेकर, रेलवे सुरक्षा बल, सफाईकर्मी व प्वाइंट्स के लिए भी महिलाएं जिम्मेदार हैं। इस पूरे स्टेशन का संचालन केवल महिलाओं द्वारा ही किया जाता है। 

See also  CAT Admit Card 2023 is on sale today, download hall ticket at iimcat.ac.in

 

अजनी स्टेशन

अजनी रेलवे स्टेशन नागुपर का स्टेशन है, जिसमें  एक स्टेशन मैनेजर, चार टिकट चेकर, 6 क्लर्क, 4 सफाई कर्मी, 4 महिला कुली और 3 आरपीएफ महिला कर्मचारी हैं।

 

न्यू अमरावती रेलवे स्टेशन

महाराष्ट्र में हाल ही में एक और स्टेशन पिंक रेलवे स्टेशन बन गया है, जिसके बाद राज्य में कुल पिंक स्टेशन की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। न्यू अमरावती रेलवे स्टेशन को पिंक रेलवे स्टेशन चुना गया है।

यहां पर कुल 12 महिला कर्मचारी काम करती हैं, जिसमें 4 उप स्टेशन अधीक्षक, 4 प्वाइंट्सवीमेन, 3 रेलवे सुरक्षा कर्मचारी और 1 टिकट बुकिंग एजेंट है। इस स्टेशन पर 300 से अधिक यात्रियों का आवागमन होता है। साथ ही प्रतिदिन 10 ट्रेनें यहां से गुजरती हैं। 

 

पढ़ेंः पुलिस की वर्दी का रंग क्यों होता है खाकी, जानें

Categories: Trends
Source: HIS Education

Rate this post

Leave a Comment