चंद्रायान-3 की सुच्चार से अस्ट्या आस्रो अपने पहले सुर मिस्टिन की पूरी अधिक कर चूका है. इसरो आदित) l1 मिशिन प__ प पहले से क कवोज क__ tjejma थवोज. In January 2019, the 4th editions for L1-L1. 6 million dollars के बाराब राजी मंजोर की थी. आस्रो ने कैस्ट पर कोई अधिविष्टिक अध्यान नहीं दिया ह ै.
Aditya L1 mission का अच्या सुर्य के बार्जी वाताव रान का अध्या करना है. Aditya L1 सुर्य-प्रृथ्वी स्विस्तेम के Lagrangian point (L1) के पास हेलो बित में स्टामान किया जाय इगा. चलिये Aditya-L1 mission से सुच्च चुच चुच्च सवालोन के जाना की जाना करेट करेट है.
1. Are you ready for L-1?
Turn off L-1. इह एक सेक्स उब्स उब्जर्वेत्री है जो स्पेस तेलिसकोप अॉर अन्य एस्ट्रुमें से लाषि है. Provide 24 x 7 installation for your contact. Aditya L-1 will be launched by PSLV rocket.
2. What is a satellite that orbits around the earth?
नहीं, यह प्रथ्वित्र की परिक्रमा नहीं करेग. इह पर्थिव आवर्य के बेख सीधी रेखा पर प्र्थिव्व स ए 1.5 मिलियन कमी के पर स्थाइल रहेगे जिस े Lagrangian-1 point कहा जाता है. Aditya L1 प्रथ्विथ की कोर्ब्स से बाहर जाने वाला का आस्रो का 5वान मिस्टन है.
3. Switch L-1 to L-1 जे जा रहे है?
Aditya L1 mission सात स्थिक्षिटिक पेलोड (उपकारन) लेकर ज अयेगा. Aditya L1 Mission Spacecraft के प्लोड फोटोस्फ येयर, क्रोमोस्फीर (chromosphere) अॉर्य की सैबे बार्ष्टी पर्ट उन (CORONA)
4. Aditya L-1 space craft को किस उबित में स्था पित किया जेगे?
Aditya L1 mission का अच्या सुर्य के बार्जी वाताव रान का अध्या करना है. Aditya L1 सुर्य-प्रृथ्वी स्विस्तेम के Lagrangian point (L1) के पास हेलो बित में स्टामान किया जाय इगा.
5. Aditya L-1 space craft how long will it take to reach the L1 point?
Aditya-L1 Spacecraft will be launched from ISRO’s PSLV rocket at Satish Dhavan Space Center in Sriharikot. पुले इसे प्रथ्विष्ट की निचली कोर्बा (LEO) में स्थापन क आया जायागा. जहान से इसे प्रथ्विथ-सुर्य स्विस्टेम के लाग्रेंजी यैन (L1) पैन्ट में स्टाइल्क करें के लिये बूस्त किया ज अयेगा. It will take approximately four months to reach the Lagrangian (L1) point of this mission.
6. Aditya-L1 mission की कास्ट किन्ती है?
In January 2019, the 4th editions for L1-L1. 6 million dollars के बाराब राजी मंजोर की थी. आस्रो ने कैस्ट पर कोई अधिविष्टिक अध्यान नहीं दिया ह ै.
7. Is it about the line (L1)?
Lagrangian (L1) is not available ( ज़े प्रथ्वी-सूर्य या पृवी-चंद्रमा) के बीच का स्पेस है. Lagrangian (L1) point पर राक्ष को भी भी OBJECT स थिर रहेगा ज़ा यह दूबी पिंडों से सामान रूप स खीचें के जाने के देखे होगा. किन्हीन डो पिंडों के बीच आसी में में लाग्रेंजियन प यून्ट हो माग्त हैन. For example, there are five points between earth and sun.
8. Do you want to deliver L1-L1?
In space, in order to know about any object, it is necessary to communicate with the object. For example, if you want to know about a person, you will contact him. আসি প্র্তা দুর্র স্র্যা কেসি কিসনিয়ি বেবে বার্য বার ম আ জ্নান है টো আশে স্শ্য়্যা ম্র্য অন্য়া কায়াগ. सुर्य के केस में प्रकाष अर अन्य विट्यू चुम् की इर्वाज ही में है.
9. Aditya L-1 mission अपने साथ कौन-कौन से पेलोड ले जा र हा है?
L-1 2017 Part 7. who is like this-
- Visible Emission Line Coronagraph-VELC
- Солар ултра-виалет измениг телескоп (Solar Ultraviolet Imaging Telescope-SUIT)
- Aditya Solar Wind Particle Experiment – ASPEX
- Plasma analyzer package for Aditya-PAPA (Plasma analyzer package for Aditya-PAPA) od
- Solar Low Energy X-Ray Spectrometer (SoLEXS)
- High Energy L1 Orbiting X-ray Spectrometer (High Energy L1 Orbiting X-ray Spectrometer-HEL1OS)
- Advanced Tri-Axial High-Resolution Digital Magnetometer
10. क्या सुर्य के ताप से ये अप्रुक्स मैखल नहीन जायें गे?
The Lagrangian (L1) point in the direction of the earth is 1.5 billion km, which is 1 percent of the average distance between the earth and the sun. Of course, the Lagrangian point at the temperature will be more than 100,000,000. साथ ही इन अग्या को अग्य के साथ ही ताया र किया गाया है जिस कार्ण ये अग्या अग्याने नहीं.
11. Do you want to transfer L1?
Aditya L1 mission will conduct solar activities. Spacecraft के पेलोड (उपकरान) फोटोस्फ़ेयार, क रोमोस्फीयार (chromosphere) अवर सुर्य की सबस्बे बार्टन पर्तों (कोर उना) solar mission Aditya L-1 structure of the solar corona (the outermost part of the atmosphere of the sun), temperature processes, the origin of all storms, the structure of the corona and coronal loop of plasma, coronal mass ejection (powerful explosions occur in the sun) , அத்தை के मुषूम को फ्रेष्ट करें वाले फाक्टर आदी का अध्य यन करेगे.
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Source: HIS Education