भारत में यदि सर्वोच्च संवैधानिक पद की बात करें, तो वह राष्ट्रपति का होता है। इसके बाद दूसरे स्थान पर उप-राष्ट्रपति का पद आता है। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत के राष्ट्रपति को पद पर रहने के दौरान कितना वेतन मिलता है। इसके साथ ही वेतन के अलावा भारत के राष्ट्रपति को कौन-कौन-सी सुविधाएं दी जाती हैं। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
अक्टूबर 2017 में भारत सरकार ने भारत के राष्ट्रपति का वेतन बढ़ाने का निर्णय लिया था। इसके तहत 1.5 लाख/माह से यह वेतन बढ़ाकर 5 लाख/माह कर दिया गया था।
वेतन के अतिरिक्त राष्ट्रपति को अन्य भत्ते भी मिलते हैं, जिनमें निःशुल्क चिकित्सा, आवास तथा उपचार (पूरे जीवन) की सुविधा प्रदान की जाती है। इसके साथ ही राष्ट्रपतियों के जीवनसाथियों को भी सचिवीय सहायता के रूप में 30,000 प्रति माह मिलते हैं।
राष्ट्रपति (अनुच्छेद 52) भारतीय राज्य का प्रमुख होता है। वह देश के सभी सशस्त्र बलों का भी प्रमुख है। राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक होता है और राष्ट्र की अखंडता और एकजुटता के प्रतीक के रूप में कार्य करता है। वर्तमान में द्रोपदी मुर्मु भारत की 15वीं राष्ट्रपति हैं।
क्यों बढ़ाया गया था राष्ट्रपति का वेतन
जैसा कि हम जानते हैं कि राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च नागरिक होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद कैबिनेट सचिव का वेतन 2.5 लाख रुपये प्रति माह, जबकि भारत के राष्ट्रपति का वेतन केवल 1.5 लाख रुपये प्रति माह था। ऐसे में इस तरह भारत सरकार में एक कर्मचारी का वेतन भारत के राष्ट्रपति से अधिक हो गया था।
इस स्थिति को राष्ट्रपति के प्रतिष्ठित पद के विरुद्ध माना गया। इसीलिए भारत सरकार ने राष्ट्रपति का वेतन बढ़ाने का निर्णय लिया था।
भारत का राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च अधिकारी होता है और उसे देश का प्रथम नागरिक भी कहा जाता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 52 में यह बात कही गई है कि भारत में एक राष्ट्रपति होगा।
राष्ट्रपति का वेतन और भत्ते इस प्रकार हैं:
1.वेतन 5 लाख प्रति माह (गैर कर योग्य)
2.निःशुल्क चिकित्सा सुविधा
3.मुफ्त आवास
4.मुफ्त इलाज (पूरा जीवन)
5.राष्ट्रपति की आधिकारिक राजकीय कार एक कस्टम-निर्मित भारी बख्तरबंद मर्सिडीज बेंज S600 (W221) पुलमैन गार्ड है।
इन सुविधाओं के अलावा भारत सरकार राष्ट्रपति के आवास, स्टाफ, भोजन और मेहमानों की मेजबानी जैसे अन्य खर्चों पर सालाना 22.5 मिलियन रुपये खर्च करती है।
सेवानिवृत्ति के बाद के भत्ते
1.उन्हें (मौजूदा दरों पर) प्रति माह 1.5 लाख रुपये पेंशन के रूप में मिलेंगे।
2.राष्ट्रपतियों के जीवनसाथियों को सचिवीय सहायता के रूप में 30,000 प्रति माह मिलेंगे।
3.एक सुसज्जित किराया मुक्त बंगला (टाइप VIII)।
4.दो निःशुल्क लैंडलाइन और एक मोबाइल फोन।
5.एक निजी सचिव समेत पांच निजी स्टाफ।
6.स्टाफ का खर्च सालाना 60,000 रुपये।
7.किसी साथी के साथ ट्रेन या हवाई यात्रा निःशुल्क करने की सुविधा।
पिछले राष्ट्रपतियों को कितना मिलता था वेतन
1.1951 में भारत के राष्ट्रपति को 10,000 रूपये वेतन मिलता था। भत्ते के तौर पर 15,000 रुपये मिलते थे।
2.1985 में भारत के राष्ट्रपति को 15,000 रुपये वेतन मिलता था। भत्ते के रूप में 30,000 रुपये मिलते थे।
3.1989 में भारत के राष्ट्रपति को 20,000 रुपये वेतन मिलता था। भत्ते के रूप में 10,000 रुपये मिलते थे।
4.1998 में भारत के राष्ट्रपति को 50,000 रुपये वेतन मिलता था।
5. 2008 में भारत के राष्ट्रपति को 1,50,000 रुपये वेतन मिलता था।
आपको बता दें कि 2008 में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपाल का वेतन तीन गुना बढ़ाया गया था।
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Source: HIS Education