ऑफिस में जब भी सोमवार का दिन होता है, तो व्यक्ति ऊर्जा से भरपूर होता है। हालांकि, सप्ताह भर काम करते-करते धीरे-धीरे प्रोडक्टिविटी काम होती है और व्यक्ति आलस महसूस करने लगता है।
इसे लेकर हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरका में एक शोध किया गया है, जिसमें पाया गया है कि कर्मचारी सप्ताह के एक दिन अधिक आलस महसूस करते हैं, जिससे उनकी प्रोडक्टिविटी पर असर पड़ता है।
इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि आखिर सप्ताह में किस दिन कर्मचारी अधिक आलस महसूस करते हैं और किस दिन अधिक होती है प्रोडक्टिविटी, जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
किसने किया शोध
टेक्सास ए एंड एम स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने करीब दो वर्षों तक कर्मचारियों पर शोध किया। इसके लिए उन्होंने करीब 789 कर्मचारियों को शामिल किया और उनकी टाइपिंग स्पीड, माउस गतिविधि और टाइपिंग गलतियों जैसे डाटा का विश्लेषण किया।
कब अधिक सक्रिय और कब अधिक आलसी थे कर्मचारी
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस शोध में शामिल महामारी विज्ञान और बायोस्टैटिस्टिक्स विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. तेह्युन रोह के मुताबिक, शोध के तहत यह पाया गया कि कर्मचारी सोमवार से गुरुवार तक कंप्यूटर का उपयोग बहुत सक्रिय रूप से करते थे, लेकिन जैसे ही शुक्रवार आता था, तो वे दोपहर तक कम सक्रिय हो जाते थे।
इससे उनके काम में भी गिरावट दर्ज हुई।
शुक्रवार को होती थी अधिक टाइपिंग गलती
शोध में यह भी पाया गया कि कर्मचारी पूरे सप्ताह के मुकाबले, शुक्रवार के दिन अधिक टाइपिंग गलतियां करते थे, जिससे उनका काम खराब होता था। हालांकि, सप्ताह के बाकी दिन भी टाइपिंग गलतियां होती थी, लेकिन इनका कुल पर्सेंट कम होता था।
क्या कहते हैं अन्य सर्वे
दिलचस्प बात यह भी है कि इसे लेकर एक अन्य शोध कैनन यूएसए भी किया गया है, जिसके तहत पता चला है कि करीब 28 पर्सेंट कर्मचारियों के लिए सोमवार का दिन सबसे अधिक प्रोडक्टिव था।
वहीं, कई लोगों ने यह भी माना है कि सोमवार के दिन काम में अधिक ऊर्जा का इस्तेमाल किया जा सकता है। टेक्सास एएंडएम में एर्गोनॉमिक्स सेंटर के निदेशक डॉ. मार्क बेंडेन के मुताबिक, इस तरह के रिजल्ट से कमर्शियल लीडर को पता चलता है कि वर्क प्लेस पर किन चीजों को अपनाने की जरूरत है।
अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और आयरलैंड में हाल ही में किए गए एक प्रयोग में यह भी पाया गया है कि सप्ताह में कम दिन, लेकिन अधिक समय तक काम करने पर कर्मचारियों में जॉब को लेकर सैटिफेक्शन देखा गया।
पढ़ेंः भारत में किस शहर को कहा जाता है ‘मिठाइयों का शहर’, जानें
Categories: Trends
Source: HIS Education